अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
साँप- छछूंदर की हालत | दुविधा (Duvidha) |
वाक्य में प्रयोग- | पिता अलग नाराज है, माँ अलग। किसे क्या कहकर मनाऊँ ?मेरी तो साँप-छछूंदर की हालत है इन दिनों। |
|
सिर पर आ जाना ( Sir Par Aa Jaana) |
सुबह का चिराग होना( Subah Ka Chiraag Hona) |
शेखचिल्ली के इरादे( Shekhachillee Ke Iraade) |
सितारा चमकना या बुलंद होना( Sitaara Chamakana Ya Buland Hona) |
साँप- छछूंदर की हालत ( Saanp- Chhachhoondar Kee Haalat ) |
सोने की चिड़िया ( Sone Kee Chidiya) |
शह देना ( Shah Dena) |
श्रीगणेश करना ( Shreeganesh Karana) |
शेखी बघारना( Shekhee Baghaarana) |
सिर भारी होना ( Sir Bhaaree Hona) |
शर्म से पानी- पानी होना( Sharm Se Paanee- Paanee Hona) |
संसार बसाना ( Sansaar Basaana) |
सिर आँखों पर बिठाना ( Sir Aankhon Par Bithaana) |
सिर धुनना( Sir Dhunana) |
सात- पाँच करना( Saat- Paanch Karana) |
|