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मुहावरा | अर्थ |
कान फूंकना | दीक्षा देना, बहकाना (Deeksha Dena, Bahakaana) |
वाक्य में प्रयोग- | मोहन के कान सोहन ने फूंके थे, फिर उसने किसी की कुछ न सुनी। |
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कुएँ में कूदना ( Kuen Mein Koodana ) |
ककड़ी- खीरा समझना ( Kakadee- Kheera Samajhana ) |
खून पीना ( Khoon Peena ) |
काफूर हो जाना ( Kaaphoor Ho Jaana ) |
कान लगाना ( Kaan Lagaana) |
कमान से तीर निकलना या छूटना ( Kamaan Se Teer Nikalana Ya Chhootana ) |
खाक फाँकना ( Khaak Phaankana ) |
क्रोध पी जाना ( Krodh Pee Jaana ) |
खूँटे के बल कूदना ( Khoonte Ke Bal Koodana) |
कीचड़ उछालना ( Keechad Uchhaalana ) |
कानों में ऊँगली देना( Kaanon Mein Oongalee Dena) |
कलेजे में आग लगना ( Kaleje Mein Aag Lagana ) |
कलई खुलना ( Kalee Khulana ) |
खून सफेद हो जाना ( Khoon Saphed Ho Jaana) |
खून सवार होना ( Khoon Savaar Hona ) |
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