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मुहावरा | अर्थ |
कान पर जूँ न रेंगना | ध्यान न देना, अनसुनी करना (Dhyaan Na Dena, Anasunee Karana) |
वाक्य में प्रयोग- | सरकार तो बड़ी-बड़ी बातें कहती है, मगर अफसरों के कान पर जूँ नहीं रेंगती। |
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कबाब में हड्डी होना ( Kabaab Mein Haddee Hona ) |
खिचड़ी पकाना ( Khichadee Pakaana ) |
काँटों में घसीटना ( Kaanton Mein Ghaseetana) |
कीचड़ उछालना ( Keechad Uchhaalana ) |
खा - पका जाना( Kha- Paka Jaana) |
काँटे बोना ( Kaante Bona ) |
खटिया सेना ( Khatiya Sena) |
कागज की नाव ( Kaagaj Kee Naav ) |
खाने को दौड़ना ( Khaane Ko Daudana ) |
कलेजे पर छुरी चलना ( Kaleje Par Chhuree Chalana ) |
खम खाना ( Kham Khaana) |
कान भरना ( Kaan Bharana) |
कायापलट होना ( Kaayaapalat Hona ) |
खून सफेद हो जाना ( Khoon Saphed Ho Jaana) |
कानी कौड़ी न होना ( Kaanee Kaudee Na Hona ) |
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