अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
कान का कच्चा | बिना सोचे-समझे दूसरों की बातों में आना (Bina Soche- Samjhe Dusaro Ki Bato Me Aana ) |
वाक्य में प्रयोग- | वह तो कान का कच्चा हैं, जो कहोगे वही मान लेगा। |
|
करवटें बदलना ( Karavaten Badalana) |
कान पर जूँ न रेंगना ( Kaan Par Joon Na Rengana) |
काँटे बोना ( Kaante Bona ) |
कपास ओटना ( Kapaas Otana) |
कानोंकान खबर न होना ( Kaanonkaan Khabar Na Hona ) |
कलई खोलना ( Kalee Kholana ) |
काठ का उल्लू ( Kaath Ka Ulloo ) |
कानों कान खबर होना( Kaanon Kaan Khabar Hona) |
खून के आँसू रुलाना ( Khoon Ke Aansoo Rulaana ) |
खिचड़ी पकाना ( Khichadee Pakaana ) |
कान गर्म करना ( Kaan Garm Karana ) |
कीड़े काटना ( Keede Kaatana ) |
कान पकरना ( Kan Pakarana ) |
किसी के कंधे से बंदूक चलाना ( Kisee Ke Kandhe Se Bandook Chalaana ) |
किताब का कीड़ा होना ( Kitaab Ka Keeda Hona ) |
|