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मुहावरा | अर्थ |
खाना न पचना | बेचैन या परेशान होना (Bechain Ya Pareshaan Hona ) |
वाक्य में प्रयोग- | जब तक श्यामा अपने मन की बात मुझे बताएगी नहीं, उसका खाना नहीं पचेगा। |
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किस खेत की मूली ( Kis Khet Kee Moolee) |
कान खोलना ( Kaan Kholana) |
कान खोलना ( Kaan Kholana ) |
कढ़ी का- सा उबाल आना ( Kadhee Ka- Sa Ubaal Aana ) |
कान काटना( Kaan Kaatana) |
खोपड़ी खाली होना ( Khopadee Khaalee Hona ) |
खून- पसीना एक करना ( Khoon- Paseena Ek Karana ) |
किस मर्ज की दवा ( Kis Marj Kee Dava ) |
खम खाना ( Kham Khaana) |
कागजी घोड़े दौड़ाना ( Kaagajee Ghode Daudaana ) |
कागज काला करना ( Kaagaj Kaala Karana ) |
किनारा करना ( Kinaara Karana) |
काले कोसों जाना या होना ( Kaale Koson Jaana Ya Hona ) |
काला अक्षर भैंस बराबर ( Kaala Akshar Bhains Baraabar) |
कलेजे का टुकड़ा ( Kaleje Ka Tukada ) |
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