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मुहावरा | अर्थ |
घर का न घाट का | कहीं का नहीं (Kaheen Ka Nahin) |
वाक्य में प्रयोग- | कोई काम आता नही और न लगन ही है कि कुछ सीखे-पढ़े। ऐसा घर का न घाट का जिये तो कैसे जिये। |
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घी- दूध की नदियाँ बहना ( Ghee- Doodh Kee Nadiyaan Bahana ) |
गुड़ गोबर करना ( Gud Gobar Karana) |
घर काट खाने दौड़ना ( Ghar Kaat Khaane Daudana) |
गिरगिट की तरह रंग बदलना ( Giragit Kee Tarah Rang Badalana) |
गाजर- मूली समझना( Gaajar- Moolee Samajhana) |
गच्चा खाना ( Gachcha Khaana) |
घर का मर्द( Ghar Ka Mard) |
गिन- गिनकर पैर रखना( Gin- Ginakar Pair Rakhana) |
गोली मारना ( Golee Maarana) |
घर का नाम डुबोना ( Ghar Ka Naam Dubona) |
गाढ़े दिन ( Gaadhe Din) |
गुलछर्रे उड़ाना ( Gulachharre Udaana) |
गले का हार होना ( Gale Ka Haar Hona) |
गूलर का फूल होना ( Goolar Ka Phool Hona) |
गुल खिलना ( Gul Khilana) |
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