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मुहावरा | अर्थ |
घर का न घाट का | कहीं का नहीं (Kaheen Ka Nahin) |
वाक्य में प्रयोग- | कोई काम आता नही और न लगन ही है कि कुछ सीखे-पढ़े। ऐसा घर का न घाट का जिये तो कैसे जिये। |
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गंगा लाभ होना( Ganga Laabh Hona) |
घी के दीए जलाना ( Ghee Ke Deee Jalaana) |
गोरख धंधा( Gorakh Dhandha) |
गड़े मुर्दे उखाड़ना ( Gade Murde Ukhaadana) |
घर का बोझ उठाना ( Ghar Ka Bojh Uthaana) |
घर का मर्द( Ghar Ka Mard) |
गाल फुलाना ( Gaal Phulaana) |
गला फँसाना ( Gala Phansaana) |
गला काटना ( Gala Kaatana) |
गुड़ियों का खेल( Gudiyon Ka Khel) |
घाव पर नमक छिड़कना ( Ghaav Par Namak Chhidakana) |
गले पड़ना ( Gale Padana) |
गर्दन पर सवार होना ( Gardan Par Savaar Hona) |
घास न डालना ( Ghaas Na Daalana) |
गुल खिलना ( Gul Khilana) |
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