अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
घर में आग लगाना | परिवार में झगड़ा कराना (Parivaar Mein Jhagada Karaana) |
वाक्य में प्रयोग- | वह तो सबके घर में आग लगाता फिरता हैं इसलिए उसे कोई अपने पास नहीं बैठने देता। |
|
गले न उतरना ( Gale Na Utarana) |
गीदड़भभकी( Geedadabhabhakee) |
घाट- घाट का पानी पीना ( Ghaat- Ghaat Ka Paanee Peena ) |
घुटने टेकना ( Ghutane Tekana) |
गुल खिलाना ( Gul Khilaana) |
गुल खिलना ( Gul Khilana) |
गूलर का कीड़ा( Goolar Ka Keeda) |
घर का नाम डुबोना ( Ghar Ka Naam Dubona) |
गला पकड़ना ( Gala Pakadana) |
गर्दन ऐंठी रहना ( Gardan Ainthee Rahana) |
गर्दन पर सवार होना ( Gardan Par Savaar Hona) |
गले पर छुरी चलाना ( Gale Par Chhuree Chalaana) |
घाव पर मरहम लगाना ( Ghaav Par Maraham Lagaana) |
घर का बोझ उठाना ( Ghar Ka Bojh Uthaana) |
घर में भुंजी भाँग न होना ( Ghar Mein Bhunjee Bhaang Na Hona) |
|