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मुहावरा | अर्थ |
दूज का चाँद होना या ईद का चाँद होना | कभी-कभार दिखाई पड़ना ( Kabhee-Kabhaar Dikhaee Padana) |
वाक्य में प्रयोग- | मित्र, आजकल तो तुम दूज का चाँद हो रहे हो। |
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धूल छानना( Dhool Chhaanana) |
धाक जमाना( Dhaak Jamaana) |
दाना-पानी उठना ( Daana-Paanee Uthana ) |
ढर्रे पर आना ( Dharre Par Aana) |
दिमाग खाना या खाली करना ( Dimaag Khaana Ya Khaalee Karana) |
दूर्वासा का रूप( Doorvaasa Ka Roop) |
दाँत काटी रोटी होना ( Daant Kaatee Rotee Hona) |
दूर के ढोल सुहावने होना या लगना ( Door Ke Dhol Suhaavane Hona Ya Lagana) |
दिल हिलना ( Dil Hilana) |
धोबी का कुत्ता घर का न घाट का ( Dhobee Ka Kutta Ghar Ka Na Ghaat Ka) |
धतूरा खाए फिरना ( Dhatoora Khae Phirana) |
ढलती-फिरती छाया ( Dhalatee- Phiratee Chhaaya ) |
बीड़ा उठाना ( Daayitv Lena) |
दाँत दिखाना ( Daant Dikhaana) |
डेढ़/ढाई चावल की खिचड़ी पकाना ( DedhDhaee Chaaval Kee Khichadee Pakaana) |
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