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मुहावरा | अर्थ |
दूर के ढोल सुहावने होना या लगना | दूर की वस्तु या व्यक्ति अच्छा लगना ( Door Kee Vastu Ya Vyakti Achchha Lagana) |
वाक्य में प्रयोग- | जब मैंने वैष्णो देवी जाने को कहा तो पिताजी बोले कि तुम्हें दूर के ढोल सुहावने लग रहे हैं, चढ़ाई चढ़ोगे तब मालूम पड़ेगा। |
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दसों उंगलियाँ घी में होना ( Dason Ungaliyaan Ghee Mein Hona) |
दाँत गड़ाना( Daant Gadaana) |
दिमाग दौड़ाना ( Dimaag Daudaana) |
दिल दरिया होना( Dil Dariya Hona) |
दुनिया से उठ जाना ( Duniya Se Uth Jaana) |
धाक जमाना( Dhaak Jamaana) |
दो कौड़ी का आदमी ( Do Kaudee Ka Aadamee) |
ढाई दिन की बादशाहत होना या मिलना ( Dhaee Din Kee Baadashaahat Hona Ya Milana) |
दिल पसीजना ( Dil Paseejana) |
धुँआ सा मुँह होना( Dhuna Sa Munh Hona) |
दाँत गिनना ( Daant Ginana) |
दम खींचना या साधना ( Dam Kheenchana Ya Saadhana) |
धता बताना( Dhata Bataana) |
डंका पीटना ( Danka Peetana) |
दिन में तारे दिखाई देना ( Din Mein Taare Dikhaee Dena) |
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