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मुहावरा | अर्थ |
मरने को भी छुट्टी न होना | अत्यधिक व्यस्त रहना (Atyadhik Vyast Rahana) |
वाक्य में प्रयोग- | आचार्य जी के पास तो मरने की भी छुट्टी नहीं होती। |
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मैदान मारना ( Maidaan Maarana) |
मर मिटना( Mar Mitana) |
मुँह की खाना ( Munh Kee Khaana) |
मुँह फेरना( Munh Pherana) |
मुँह फुलाना ( Munh Phulaana) |
मूँछ उखाड़ना ( Moonchh Ukhaadana) |
मुँह बंद कर देना ( Munh Band Kar Dena) |
मुँह में पानी आना ( Munh Mein Paanee Aana) |
मैदान साफ होना( Maidaan Saaph Hona) |
मन के लड्डू खाना( Man Ke Laddoo Khaana) |
मुट्ठी गरम करना ( Mutthee Garam Karana) |
मरम्मत करना ( Marammat Karana) |
मन चलना( Man Chalana) |
मुँह खुलना( Munh Khulana) |
मुँह छिपाना ( Munh Chhipaana) |
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