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मुहावरा | अर्थ |
आँखों पर बिठाना | बहुत आदर- सत्कार करना (Bahut Aadar- Satkaar Karana) |
वाक्य में प्रयोग- | जब मोहन के घर कोई मेहमान आता हैं तो वह उसे आँखों पर बिठाकर रखता हैं। |
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आग का पुतला( Aag Ka Putla) |
आटे- दाल का भाव मालूम होना( Aate- Daal Ka Bhaav Maaloom Hona) |
अंगारों पर पैर रखना ( Angaaron Par Pair Rakhana) |
आँखें गड़ाना( Aankhen Gadaana) |
अंधे को दो आँखें मिलना ( Andhe Ko Do Aankhen Milana) |
आँचल पसारना ( Aanchal Pasaarana) |
आँतों में बल पड़ना ( Aanton Mein Bal Padana) |
आँखों से परदा हटना असलियत का पता लगना( Aankhon Se Parada Hatana) |
अंग- अंग फूले न समाना( Ang- Ang Phoole Na Samaana) |
आग हो जाना ( Aag Ho Jaana) |
आग में घी डालना ( Aag Mein Ghee Daalana) |
आँखों में बसना ( Aankhon Mein Basana) |
आग रखना ( Aag Rakhana) |
अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना ( Apane Munh Miyaan Mitthoo Banana) |
अक्ल का चरने जाना ( Akl Ka Charane Jaana) |
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