अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
किस मर्ज की दवा | किस काम के (Kis Kaam Ke ) |
वाक्य में प्रयोग- | चाहते हो चपरासीगीरी और साइकिल चलाओगे नहीं। आखिर तुम किस मर्ज की दवा हो? |
|
कान काटना( Kaan Kaatana) |
खून-खच्चर होना ( Khoon- Khachchar Hona ) |
खून के आँसू रुलाना ( Khoon Ke Aansoo Rulaana ) |
कौड़ी- कौड़ी दाँतों से पकड़ना ( Kaudee- Kaudee Daanton Se Pakadana ) |
कौड़ी कफ़न को न होना ( Kaudee Kafan Ko Na Hona ) |
कर्ण का दान( Karn Ka Daan) |
कान पकरना ( Kan Pakarana ) |
किसी के कंधे से बंदूक चलाना ( Kisee Ke Kandhe Se Bandook Chalaana ) |
कब्र में पाँव लटकना ( Kabr Mein Paanv Latakana ) |
कढ़ी का- सा उबाल आना ( Kadhee Ka- Sa Ubaal Aana ) |
खेल खेलाना ( Khel Khelaana ) |
काँव- काँव करना ( Kaanv- Kaanv Karana ) |
कफ़न सिर से बाँधना ( Kafan Sir Se Baandhana ) |
कुबेर का धन/कोश( Kuber Ka DhanKosh) |
कान खोलना ( Kaan Kholana ) |
|