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मुहावरा | अर्थ |
गाजर- मूली समझना | तुच्छ समझना (Tuchchh Samajhana) |
वाक्य में प्रयोग- | सेठ जी गाँठ के पूरे, आँख के अंधे हैं तभी रामू का कहना मानकर अनाड़ी मोहन को नौकरी पर रख लिया हैं। |
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घर में भुंजी भाँग न होना ( Ghar Mein Bhunjee Bhaang Na Hona) |
गूलर का कीड़ा( Goolar Ka Keeda) |
गुरू घंटाल( Guroo Ghantaal) |
गाढ़ी कमाई ( Gaadhee Kamaee) |
गुल खिलाना ( Gul Khilaana) |
गुलछर्रे उड़ाना ( Gulachharre Udaana) |
घर का नाम डुबोना ( Ghar Ka Naam Dubona) |
गला काटना ( Gala Kaatana) |
घाव पर नमक छिड़कना ( Ghaav Par Namak Chhidakana) |
घर का आदमी( Ghar Ka Aadamee) |
गड़े मुर्दे उखाड़ना ( Gade Murde Ukhaadana) |
गधे को बाप बनाना ( Gadhe Ko Baap Banaana) |
गर्दन पर छुरी फेरना( Gardan Par Chhuree Pherana) |
गर्दन पर सवार होना ( Gardan Par Savaar Hona) |
गूँगे का गुड़ ( Goonge Ka Gud) |
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