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मुहावरा | अर्थ |
गाजर- मूली समझना | तुच्छ समझना (Tuchchh Samajhana) |
वाक्य में प्रयोग- | सेठ जी गाँठ के पूरे, आँख के अंधे हैं तभी रामू का कहना मानकर अनाड़ी मोहन को नौकरी पर रख लिया हैं। |
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गला पकड़ना ( Gala Pakadana) |
घोड़े बेचकर सोना ( Ghode Bechakar Sona) |
गुस्सा पीना ( Gussa Peena) |
गच्चा खाना ( Gachcha Khaana) |
गुलछर्रे उड़ाना ( Gulachharre Udaana) |
गर्दन पर सवार होना ( Gardan Par Savaar Hona) |
गले पड़ना ( Gale Padana) |
घड़ो पानी पड़ जाना ( Ghado Paanee Pad Jaana) |
गर्दन पर छुरी चलाना ( Gardan Par Chhuree Chalaana) |
गौं का यार ( Gaun Ka Yaar) |
गुड़ियों का खेल( Gudiyon Ka Khel) |
गला पकड़ना ( Gala Pakadana) |
घर का आदमी( Ghar Ka Aadamee) |
गाल फुलाना ( Gaal Phulaana) |
गले पर छुरी चलाना ( Gale Par Chhuree Chalaana) |
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