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मुहावरा | अर्थ |
घर का बोझ उठाना | घर का खर्च चलाना या देखभाल करना (Ghar Ka Kharch Chalaana Ya Dekhabhaal Karana) |
वाक्य में प्रयोग- | बचपन में ही अपने पिता के मरने के बाद राकेश घर का बोझ उठा रहा है। |
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गुड़ियों का खेल( Gudiyon Ka Khel) |
गर्दन फँसना ( Gardan Phansana) |
गुजर जाना ( Gujar Jaana) |
गुलछर्रे उड़ाना ( Gulachharre Udaana) |
गिन- गिनकर पैर रखना( Gin- Ginakar Pair Rakhana) |
गर्दन पर छुरी चलाना ( Gardan Par Chhuree Chalaana) |
गर्दन ऐंठी रहना ( Gardan Ainthee Rahana) |
घी- दूध की नदियाँ बहना ( Ghee- Doodh Kee Nadiyaan Bahana ) |
गधे को बाप बनाना ( Gadhe Ko Baap Banaana) |
घर बसाना ( Ghar Basaana) |
गंगा नहाना ( Ganga Nahaana) |
गज भर की छाती होना( Gadh Phatah Karana) |
गर्दन पर छुरी फेरना( Gardan Par Chhuree Pherana) |
गूलर का फूल होना ( Goolar Ka Phool Hona) |
गला छूटना ( Gala Chhootana) |
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