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मुहावरा | अर्थ |
जल- भुन कर राख होना | बहुत क्रोधित होना ( Bahut Krodhit Hona) |
वाक्य में प्रयोग- | सुरेश जरा-सी बात पर जल-भुन कर राख हो जाता है। |
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जी टूटना( Jee Tootana) |
जहन्नुम में जाना/भाड़ में जाना ( Jahannum Mein JaanaBhaad Mein Jaana) |
जीवट का आदमी ( Jeevat Ka Aadamee) |
जमीन चूमने लगा( Jameen Choomane Laga) |
जमीन पर पाँव न पड़ना ( Jameen Par Paanv Na Padana) |
जमीन का पैरों तले से निकल जाना( Jameen Ka Pairon Tale Se Nikal Jaana) |
जी का जंजाल होना( Jee Ka Janjaal Hona) |
जरा- सा मुँह निकल आना ( Jara- Sa Munh Nikal Aana ) |
जबान में लगाम न होना( Jabaan Mein Lagaam Na Hona) |
जख्म पर नमक छिड़कना ( Jakhm Par Namak Chhidakana) |
जान न्योछावर करना ( Jaan Nyochhaavar Karana) |
झूठ का पुतला ( Jhooth Ka Putala) |
जंगल में मंगल करना( Jangal Mein Mangal Karana) |
जबानी जमा- खर्च करना ( Jabaanee Jama- Kharch Karana ) |
जूती चाटना ( Jootee Chaatana) |
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