अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
जल- भुन कर राख होना | बहुत क्रोधित होना ( Bahut Krodhit Hona) |
वाक्य में प्रयोग- | सुरेश जरा-सी बात पर जल-भुन कर राख हो जाता है। |
|
जी खट्टा होना ( Jee Khatta Hona) |
जख्म पर नमक छिड़कना ( Jakhm Par Namak Chhidakana) |
जले पर नमक छिड़कना ( Jale Par Namak Chhidakana) |
झण्डी दिखाना ( Jhandee Dikhaana) |
जुल देना ( Jul Dena) |
जहर उगलना ( Jahar Ugalana) |
जान हलकान करना ( Jaan Halakaan Karana) |
जमीन में समा जाना ( Jameen Mein Sama Jaana) |
जमीन पर पाँव न पड़ना ( Jabaanee Jama- Kharch Karana ) |
ज्वाला फूँकना ( Jvaala Phoonkana) |
झूठ के पुल बाँधना ( Jhooth Ke Pul Baandhana) |
जहर की गाँठ ( Jahar Kee Gaanth) |
जीवट का आदमी ( Jeevat Ka Aadamee) |
जान पर खेलना ( Jaan Par Khelana) |
जमीन पर पाँव न पड़ना ( Jameen Par Paanv Na Padana) |
|