अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
जीती मक्खी निगलना | जान- बूझकर गलत काम करना (Jaan- Boojhakar Galat Kaam Karana) |
वाक्य में प्रयोग- | अरे मित्र! तुम तो मुझे जीती मक्खी निगलने को कह रहे हो! मैं जान-बूझकर किसी का अहित नहीं कर सकता। |
|
जूतियाँ चटकाना ( Jootiyaan Chatakaana) |
जलती आग में घी डालना ( Jalatee Aag Mein Ghee Daalana) |
जख्म पर नमक छिड़कना ( Jakhm Par Namak Chhidakana) |
जहर का घूँट पीना ( Jahar Ka Ghoont Peena ) |
जोड़- तोड़ करना ( Jod- Tod Karana ) |
जुल देना ( Jul Dena) |
झण्डी दिखाना ( Jhandee Dikhaana) |
जान हथेली पर लेना ( Jaan Hathelee Par Lena) |
जबान देना ( Jabaan Dena) |
जख्म हरा हो जाना ( Jakhm Hara Ho Jaana) |
जी टूटना( Jee Tootana) |
जान हलकान करना ( Jaan Halakaan Karana) |
जौहर दिखाना ( Jauhar Dikhaana) |
ज्वाला फूँकना ( Jvaala Phoonkana) |
जी चुराना( Jee Churaana) |
|