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मुहावरा | अर्थ |
जीती मक्खी निगलना | जान- बूझकर गलत काम करना (Jaan- Boojhakar Galat Kaam Karana) |
वाक्य में प्रयोग- | अरे मित्र! तुम तो मुझे जीती मक्खी निगलने को कह रहे हो! मैं जान-बूझकर किसी का अहित नहीं कर सकता। |
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जड़ उखाड़ना ( Jad Ukhaadana) |
जहर का घूँट पीना ( Jahar Ka Ghoont Peena ) |
जान पर खेलना ( Jaan Par Khelana) |
जोड़- तोड़ करना ( Jod- Tod Karana ) |
जरा- सा मुँह निकल आना ( Jara- Sa Munh Nikal Aana ) |
ज्वाला फूँकना ( Jvaala Phoonkana) |
जान न्योछावर करना ( Jaan Nyochhaavar Karana) |
जहर की गाँठ ( Jahar Kee Gaanth) |
जले पर नमक छिड़कना ( Jale Par Namak Chhidakana) |
जली- कटी सुनाना ( Jalee- Katee Sunaana ) |
झाड़ मारना( Jhaad Maarana) |
जौहर दिखाना ( Jauhar Dikhaana) |
झाड़ू मारना ( Jhaadoo Maarana) |
जल में रहकर मगर से बैर करना ( Jal Mein Rahakar Magar Se Bair Karana) |
जमीन आसमान एक करना ( Jameen Aasamaan Ek Karana) |
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