अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
जीती मक्खी निगलना | जान- बूझकर गलत काम करना (Jaan- Boojhakar Galat Kaam Karana) |
वाक्य में प्रयोग- | अरे मित्र! तुम तो मुझे जीती मक्खी निगलने को कह रहे हो! मैं जान-बूझकर किसी का अहित नहीं कर सकता। |
|
जमीन चूमने लगा( Jameen Choomane Laga) |
जान हलकान करना ( Jaan Halakaan Karana) |
ज्वाला फूँकना ( Jvaala Phoonkana) |
जबानी जमा- खर्च करना ( Jabaanee Jama- Kharch Karana ) |
जी हाँ, जी हाँ करना ( Jee Haan Jee Haan Karana) |
जूती चाटना ( Jootee Chaatana) |
जादू डालना ( Jaadoo Daalana) |
जबान बन्द करना ( Jabaan Band Karana) |
जौहर करना ( Jauhar Karana) |
जमीन आसमान एक करना ( Jameen Aasamaan Ek Karana) |
जी खट्टा होना ( Jee Khatta Hona) |
झक मारना ( Jhak Maarana) |
जीवट का आदमी ( Jeevat Ka Aadamee) |
जले पर नमक छिड़कना ( Jale Par Namak Chhidakana) |
जरा- सा मुँह निकल आना ( Jara- Sa Munh Nikal Aana ) |
|