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मुहावरा | अर्थ |
न घर का रहना न घाट का | दोनों तरफ से उपेक्षित होना ( Donon Taraph Se Upekshit Hona) |
वाक्य में प्रयोग- | पढ़ाई छोड़ कर रोहन घर का रहा न घाट का, अब वह पछताता है। |
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न घर का रहना न घाट का ( Na Ghar Ka Rahana Na Ghaat Ka) |
नदी-नाव संयोग( Nadee-Naav Sanyog- ) |
नौ-दो ग्यारह होना ( Nau-Do Gyaarah Hona ) |
न इधर का, न उधर का ( Na Idhar Ka Na Udhar Ka) |
नाक ऊँची रखना ( Naak Oonchee Rakhana) |
नमक हलाल करना ( Namak Halaal Karana) |
नाक पर मक्खी न बैठने देना ( Naak Par Makkhee Na Baithane Dena) |
नशा उतरना( Nasha Utarana) |
नाक में दम करना ( Naak Mein Dam Karana) |
नजर चुराना( Najar Churaana) |
नारद मुनि( Naarad Muni) |
नुक़्ताचीनी करना( Nuqtaacheenee Karana) |
नाक का बाल होना ( Naak Ka Baal Hona) |
नमक-मिर्चा लगाना- ( Namak-Mircha Lagaana- ) |
नाक कटना ( Naak Katana) |
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