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मुहावरा | अर्थ |
सिर मुँड़ाते ही ओले पड़ना | कार्यारम्भ में विघ्न पड़ना (Kaaryaarambh Mein Vighn Padana) |
वाक्य में प्रयोग- | यदि मैं जानता कि सिर मुँड़ाते ही ओले पड़ेंगे तो विवाह के नजदीक ही न जाता। |
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सिर ऊँचा उठाना ( Sir Ooncha Uthaana) |
शंख के शंख रहना ( Shankh Ke Shankh Rahana) |
सिर गंजा कर देना( Sir Ganja Kar Dena) |
सिर आँखों पर बिठाना ( Sir Aankhon Par Bithaana) |
षटराग ( Shataraag) |
सितारा चमकना या बुलंद होना( Sitaara Chamakana Ya Buland Hona) |
संसार सिर पर उठा लेना ( Sansaar Sir Par Utha Lena) |
साँप का बच्चा ( Saanp Ka Bachcha) |
सिर पर सवार होना ( Sir Par Savaar Hona) |
सिर उठाना ( Sir Uthaana) |
साँप लोटना ( Saanp Lotana) |
शैेतान की आँत( Shaietaan Kee Aant) |
सन्नाटे में आना/सकेत में आना( Sannaate Mein AanaSaket Mein Aana) |
सिर खुजलाना( Sir Khujalaana) |
सिक्का जमना ( Sikka Jamana) |
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