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मुहावरा | अर्थ |
ककड़ी- खीरा समझना | तुच्छ या बेकार समझना (Tuchchh Ya Bekaar Samajhana) |
वाक्य में प्रयोग- | क्या तुमने मुझे ककड़ी-खीरा समझ रखा हैं, जो हर समय डाँटते रहते हो। |
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कतरनी- सी जबान चलना ( Kataranee- See Jabaan Chalana ) |
कड़वा घूँट पीना ( Kadava Ghoont Peena ) |
खाना न पचना ( Khaana Na Pachana ) |
कोसों दूर भागना ( Koson Door Bhaagana ) |
कमर कसना ( Kamar Kasana ) |
खटिया सेना ( Khatiya Sena) |
खोटा पैसा ( Khota Paisa ) |
ख़ाक छानना ( Khaak Chhaanana ) |
कमर टूटना ( Kamar Tootana ) |
कोरा जवाब देना ( Kora Javaab Dena ) |
खुशामदी टट्टू ( Khushaamadee Tattoo ) |
किस खेत की मूली ( Kis Khet Kee Moolee) |
कानोंकान खबर न होना ( Kaanonkaan Khabar Na Hona ) |
काँटों में घसीटना ( Kaanton Mein Ghaseetana) |
कान खोलना ( Kaan Kholana ) |
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