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मुहावरा | अर्थ |
ककड़ी- खीरा समझना | तुच्छ या बेकार समझना (Tuchchh Ya Bekaar Samajhana) |
वाक्य में प्रयोग- | क्या तुमने मुझे ककड़ी-खीरा समझ रखा हैं, जो हर समय डाँटते रहते हो। |
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कीड़े काटना ( Keede Kaatana ) |
कौड़ी कफ़न को न होना ( Kaudee Kafan Ko Na Hona ) |
कान खोलना ( Kaan Kholana) |
कबाब में हड्डी होना ( Kabaab Mein Haddee Hona ) |
खाक फाँकना ( Khaak Phaankana ) |
कलेजा काँपना ( Kaleja Kaanpana ) |
खाने को दौड़ना ( Khaane Ko Daudana ) |
खटिया सेना ( Khatiya Sena) |
खोपड़ी खाली होना ( Khopadee Khaalee Hona ) |
कोल्हू का बैल ( Kolhoo Ka Bail) |
खून- पसीना एक करना ( Khoon- Paseena Ek Karana ) |
कलेजा मुँह का आना ( Kaleja Munh Ka Aana ) |
कमर कसना ( Kamar Kasana ) |
काठ मार जाना ( Kaath Maar Jaana ) |
कान में तेल डालना ( Kaan Mein Tel Daalana) |
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