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मुहावरा | अर्थ |
खाने को दौड़ना | बहुत क्रोध में होना (Bahut Krodh Mein Hona ) |
वाक्य में प्रयोग- | मैं अपने ताऊजी के पास नहीं जाऊँगा, वे तो हर किसी को खाने को दौड़ते हैं। |
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कोर- कसर न रखना ( Kor- Kasar Na Rakhana ) |
कंठ का हार होना ( Kanth Ka Haar Hona ) |
कान काटना ( Kaan Kaatana ) |
कलई खुलना ( Kalee Khulana ) |
कढ़ी का- सा उबाल आना ( Kadhee Ka- Sa Ubaal Aana ) |
कफ़न सिर से बाँधना ( Kafan Sir Se Baandhana ) |
कलेजा थामकर रह जाना( Kaleja Thaamakar Rah Jaana) |
कसाई के खूँटे से बाँधना ( Kasaee Ke Khoonte Se Baandhana ) |
काँटों पर लोटना ( Kaanton Par Lotana ) |
कुत्ते की मौत मरना ( Kutte Kee Maut Marana ) |
खून- पसीना एक करना ( Khoon- Paseena Ek Karana ) |
काले कोसों जाना या होना ( Kaale Koson Jaana Ya Hona ) |
कान या कानों पर जूँ न रेंगना( Kaan Ya Kaanon Par Joon Na Rengana ) |
कान फूंकना ( Kaan Phoonkana) |
कोल्हू का बैल ( Kolhoo Ka Bail ) |
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