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मुहावरा | अर्थ |
घर का बोझ उठाना | घर का खर्च चलाना या देखभाल करना (Ghar Ka Kharch Chalaana Ya Dekhabhaal Karana) |
वाक्य में प्रयोग- | बचपन में ही अपने पिता के मरने के बाद राकेश घर का बोझ उठा रहा है। |
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घर बसाना ( Ghar Basaana) |
घोलकर पी जाना ( Gholakar Pee Jaana) |
गर्दन फँसना ( Gardan Phansana) |
गोता मारना ( Gota Maarana) |
गले पड़ना ( Gale Padana) |
घास खोदना ( Ghaas Khodana) |
घोड़े बेचकर सोना ( Ghode Bechakar Sona) |
गतालखाते में जाना( Gataalakhaate Mein Jaana) |
घात लगाना ( Ghaat Lagaana) |
गुदड़ी का लाल ( Gudadee Ka Laal) |
घर फूँककर तमाशा देखना ( Ghar Phoonkakar Tamaasha Dekhana) |
घर का चिराग गुल होना ( Ghar Ka Chiraag Gul Hona) |
गले का हार होना ( Gale Ka Haar Hona) |
गोटी लाल होना( Gotee Laal Hona) |
घर का उजाला ( Ghar Ka Ujaala) |
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