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मुहावरा | अर्थ |
छाती पर मूँग या को दो दलना | किसी को कष्ट देना ( Kisee Ko Kasht Dena) |
वाक्य में प्रयोग- | राजन के घर रानी दिन-रात उसकी विधवा माँ की छाती पर मूँग दल रही है। |
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चिनगारी छोड़ना ( Chinagaaree Chhodana) |
चहरे पर हवाइयाँ उड़ना ( Chahare Par Havaiyaan Udana) |
चेहरा तमतमाना ( Chehara Tamatamaana) |
चपत पड़ना ( Chapat Padana) |
चूहे- बिल्ली का बैर ( Choohe- Billee Ka Bair ) |
चेहरा खिलना ( Chehara Khilana) |
चाँदी काटना ( Chaandee Kaatana) |
चैन की बंशी बजाना ( Chain Kee Banshee Bajaana) |
चोली- दामन का साथ ( Cholee- Daaman Ka Saath ) |
छाती पर पत्थर रखना ( Chhaatee Par Patthar Rakhana) |
चिकना घड़ा होना ( Chikana Ghada Hona) |
चाँदी कटना ( Chaandee Katana) |
चिड़िया फँसाना ( Chidiya Phansaana) |
छुपा रुस्तम( Chhupa Rustam) |
चीं बोलना ( Cheen Bolana) |
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