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मुहावरा | अर्थ |
न घर का रहना न घाट का | दोनों तरफ से उपेक्षित होना ( Donon Taraph Se Upekshit Hona) |
वाक्य में प्रयोग- | पढ़ाई छोड़ कर रोहन घर का रहा न घाट का, अब वह पछताता है। |
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नयनों का तारा ( Nayanon Ka Taara) |
नादिरशाही हुक्म( Naadirashaahee Hukm) |
नदी-नाव संयोग( Nadee-Naav Sanyog- ) |
नाक रगड़ना ( Naak Ragadana) |
न घर का रहना न घाट का ( Na Ghar Ka Rahana Na Ghaat Ka) |
नाक पर मक्खी न बैठने देना ( Naak Par Makkhee Na Baithane Dena) |
नाव या नैया पार लगाना ( Naav Ya Naiya Paar Lagaana) |
नाकों डीएम करना ( Naakon Deeem Karana) |
नाच नचाना( Naach Nachaana) |
नाक पर गुस्सा ( Naak Par Gussa) |
नाक का बाल होना ( Naak Ka Baal Hona) |
नाक ऊँची रखना ( Naak Oonchee Rakhana) |
नजर चुराना( Najar Churaana) |
नाक- भौं चढ़ाना ( Naak- Bhaun Chadhaana ) |
नेकी और पूछ पूछ( Neki Or Puch Puch) |
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