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मुहावरा | अर्थ |
पाँचों उँगलियाँ घी में होना | पूरे लाभ में (Poore Laabh Mein) |
वाक्य में प्रयोग- | पिछड़े देशों में उद्योगियों और मेहनतकशों की हालत पतली रहती है तथा दलालों, कमीशन एजेण्टों और नौकरशाहों की ही पाँचों उँगलियाँ घी में रहता हैं। |
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पानी रखना( Paanee Rakhana) |
फूला न समाना ( Phoola Na Samaana) |
पाँचों उँगलियाँ घी में होना( Paanchon Ungaliyaan Ghee Mein Hona) |
फबतियाँ कसना( Phabatiyaan Kasana) |
पारा चढ़ना ( Paara Chadhana) |
पौ बारह होना ( Pau Baarah Hona) |
पाँव धोकर पीना ( Paanv Dhokar Peena) |
फूल झड़ना( Phool Jhadana) |
पोल खुलना( Pol Khulana) |
पलकों पर बिठाना ( Palakon Par Bithaana) |
फूँककर पहाड़ उड़ाना ( Phoonkakar Pahaad Udaana) |
पुरानी लकीर का फकीर होना/पुरानी लकीर पीटना( Puraanee Lakeer Ka Phakeer HonaPuraanee Lakeer Peetana) |
पापड़ बेलना( Paapad Belana) |
पानी पीकर जाति पूछना( Paanee Peekar Jaati Poochhana) |
पारा उतरना ( Paara Utarana) |
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