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मुहावरा | अर्थ |
बेपेंदी का लौटा | किसी की तरफ न टिकने वाला (Kisee Kee Taraph Na Tikane Vaala) |
वाक्य में प्रयोग- | वह नेता तो बेपेंदी का लौटा है- कभी इस पार्टी में तो कभी उस पार्टी में चला जाता है। |
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भूत चढ़ना या सवार होना( Bhoot Chadhana Ya Savaar Hona) |
बात पी जाना( Baat Pee Jaana) |
बात चलाना( Baat Chalaana) |
बात को गाँठ में बाँधना ( Baat Ko Gaanth Mein Baandhana) |
भगवान को प्यारे हो जाना ( Bhagavaan Ko Pyaare Ho Jaana) |
बात खुलना ( Baat Khulana) |
बछिया का ताऊ ( Bachhiya Ka Taoo) |
बाल की खाल निकालना( Baal Kee Khaal Nikaalana) |
बात की बात में ( Baat Kee Baat Mein) |
बात बनाना ( Baat Banaana) |
बात चलाना( Baat Chalaana) |
बखिया उधेड़ना ( Bakhiya Udhedana) |
भेड़ की खाल में भेड़िया ( Bhed Kee Khaal Mein Bhediya) |
भाड़े का टट्टू( Bhaade Ka Tattoo) |
बहत्तर घाट का पानी पीना ( Bahattar Ghaat Ka Paanee Peena) |
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