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मुहावरा | अर्थ |
घर का न घाट का | कहीं का नहीं (Kaheen Ka Nahin) |
वाक्य में प्रयोग- | कोई काम आता नही और न लगन ही है कि कुछ सीखे-पढ़े। ऐसा घर का न घाट का जिये तो कैसे जिये। |
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गाढ़े में पड़ना( Gaadhe Mein Padana) |
गाजर- मूली समझना( Gaajar- Moolee Samajhana) |
गरम होना ( Garam Hona) |
गला पकड़ना ( Gala Pakadana) |
गाँठ में बाँधना ( Gaanth Mein Baandhana) |
घर का उजाला ( Ghar Ka Ujaala) |
घास न डालना ( Ghaas Na Daalana) |
घोड़े बेचकर सोना ( Ghode Bechakar Sona) |
घर आबाद करना ( Ghar Aabaad Karana) |
घर बसाना ( Ghar Basaana) |
घब्बा लगना ( Ghabba Lagana) |
घर का न घाट का ( Ghar Ka Na Ghaat Ka) |
गागर में सागर भरना ( Gaagar Mein Saagar Bharana) |
गोटी लाल होना( Gotee Laal Hona) |
गुदड़ी का लाल ( Gudadee Ka Laal) |
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