अ | आ | इ | उ | ए | ओ | अं | क | ख | ग | घ | च |
छ | ज | झ | ट | ड | त | थ | द | ध | न | प | फ |
ब | भ | म | य | र | ल | व | श | स | ह |
मुहावरा | अर्थ |
दूर के ढोल सुहावने होना या लगना | दूर की वस्तु या व्यक्ति अच्छा लगना ( Door Kee Vastu Ya Vyakti Achchha Lagana) |
वाक्य में प्रयोग- | जब मैंने वैष्णो देवी जाने को कहा तो पिताजी बोले कि तुम्हें दूर के ढोल सुहावने लग रहे हैं, चढ़ाई चढ़ोगे तब मालूम पड़ेगा। |
|
धन्नासेठ का नाती बनना ( Dhannaaseth Ka Naatee Banana) |
दिल पसीजना ( Dil Paseejana) |
धज्जियाँ उड़ाना ( Dhajjiyaan Udaana) |
दाँत काटी रोटी होना ( Daant Kaatee Rotee Hona) |
दाँत जमाना( Daant Jamaana) |
धूल छानना( Dhool Chhaanana) |
दाँत गड़ाना( Daant Gadaana) |
दो कौड़ी का आदमी ( Do Kaudee Ka Aadamee) |
धता बताना( Dhata Bataana) |
धुर्रे उड़ाना ( Dhurre Udaana) |
धोबी का कुत्ता घर का न घाट का ( Dhobee Ka Kutta Ghar Ka Na Ghaat Ka) |
डूबते को तिनके का सहारा( Doobate Ko Tinake Ka Sahaara) |
दमड़ी के तीन होना ( Damadee Ke Teen Hona) |
दाना-पानी उठना ( Daana-Paanee Uthana ) |
दाँत काटी रोटी ( Daant Kaatee Rotee) |
|